बार-बार की सड़क दुर्घटनाओं से व्यथित हुए कलक्टकर कुमार पाल गौतम
बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर के जिला कलक्टर कुमाल पाल गौतम हाल ही में बीकानेर जिले में हुई सड़क दुर्घटनाओं से खासे व्यथित हैं। सोमवार सुबह सेरुणा गांव के पास हुई सडक दुर्घटना घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम दुर्घटना स्थल पर पहुंचे तथा लोगों से इसकी जानकारी हांसिल की।
इस हृदय विदारक इस दर्दनाक हादसे से व्यथित जिला कलक्टर ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदनांए व्यक्त की। कुमार घटना स्थल से ट्रोमा सेंटर पहुंचे, जहां घायलों की कुशलक्षेम पूछी।
उन्होंने सेंटर में उपस्थित राजकीय एस.पी.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य तथा पीबीएम. अस्पताल के नियंत्रक डॉ. एच.एस. कुमार सहित
वरिष्ठ चिकित्सकों से घायलों के उपचार के बारे में जानकारी हांसिल की। उन्होंने
कहा कि घायलों को हरसंभव चिकित्सा मुहैया करवाई जाए तथा यदि किसी घायल बेहतर उपचार
के लिए बीकानेर से बाहर ले जाने की जरूरत हुई तो इसके लिए एयर एम्बूलेंस की सुविधा
भी उपलब्ध करवाई जा सकेगी। कलक्टर गौतम ने कहा कि जिला प्रशासन दुर्घटनाओं की
रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास में जुटा हुआ है।
उन्होंने परिवहन आयुक्त से दूरभाष पर चर्चा
कर लोक परिवहन सेवा की बसों को सुरक्षित गति सीमा में चलाने का आग्रह किया। उन्होंने
आमजन से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते वक्त निर्धारित गति का खयाल रखें, जिससे लोगों को असामायिक दुर्घटनाओं का शिकार
नहीं होना पड़े। जानकारी
में रहे कि श्रीडूंगरगढ़ तहसील के सेरूणा थाना क्षेत्र के झंझेऊ गांव के पास
सोमवार सुबह लगभग साढे सात बजे नेशनल
हाईवे 11 पर एक बस और ट्रक की भीषण टक्कर में हुए
दर्दनाक हादसे से 11 जनों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हो गए। ट्रक और बस की आमने-सामने भीषण
टक्क्र से हुई दुर्घटना में दोनों वाहनों में आग लग गई, जिससे 11 जनों की
दर्दनाक मौत हो गई।
दुर्घटना में मृतकों की सूची –
बस ड्राइवर ओम सिंह, निवासी निहाय, फतेहपुर, सीकर, भैरूंसिंह
रामसर (नापासर), अरूण कुमार पुलिस लाईन बीकानेर, नवेदिता राजलदेसर, काजल राजलदेसर, ललित बागड़ी मोहल्ला बीकानेर हाल छतीसगढ़, माया कंवर एवं अनीता कंवर सुजानदेसर रोड़ गंगाशहर, राजू मीणा पंचायत समिति थानागाजी अलवर, ट्रक ड्राइवर धन्नेसिंह रणधीसर कोलायत बीकानेर, एक अज्ञात व्यक्ति बरसलपुर बज्जू शामिल हैं।
इस दुर्घटना को देखकर आस-पास जमा लोगों की
आखें भर आई, लेकिन मानवीय संवेदनाओं के चलते लोगों ने
आग बुझाने तथा घायल लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की।