बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर संभाग के सबसे बडे पीबीएम अस्पताल के प्रशासन को सात दिन का अल्टीमेटम
दिया गया है। क्योंकि अस्पताल की छत पर रखी पानी की टंकियां खुली पडी हैं। जो खतरे
का इशारा करती हैं। साथ ही वार्डों में कचरा डालने वाले विभिन्न रंगों के कचरा पात्र
भी नहीं रखे गए हैं।
वार्डों में बायो मेडिकल वेस्टका का कचरा पात्र अलग से
नहीं था। सात दिन का यह अल्टीमेटम अस्पताल में
सफाई कार्य के मूल्यांकन के
लिए गठित कमेटी की ओर से दिया गया है।
कमेटी ने अस्पताल प्रशासन से कहा है कि अस्पताल
में वार्डों की सफाई
के साथ-साथ
सभी ब्लाक में
उगे झाड़-झंकाड
की सफाई आगामी
सात दिन में हो जानी
चाहिए।
मूल्यांकन कमेटी ने शुक्रवार
को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। कमेटी ने अस्पताल
प्रशासन को सफाई सामग्री जमा
व इश्यू
रजिस्टर संधारित करने
की भी हिदायत दी।कमेटी में शामिल नगर निगम आयुक्त डॉ.
प्रदीप के गवांडे, प्रशिक्षु
आईएएस अभिषेक सुराणा, जिला
कोषाधिकारी पवन कंस्वा का
निरीक्षण किया। अस्पताल अधीक्षक
डॉ. पी.के.बेरवाल से जानकारी ली।
निरीक्षण के
दौरान कमेटी ने सफाई ठेकेदार व मुख्य नर्सिंग अधीक्षक से भी जानकारियां प्राप्त की।
कमेटी के डॉ. गवांडे और सुराणा ने
महिला वार्ड जे, लैबर रूम, वार्ड एम-2 व
एम 3 का
और कोषाधिकारी कस्वां ने
मर्दाना वार्डों और
यूआईटी अधीक्षण अभियन्ता ने
शिशु अस्पलात की
सफाई व्यवस्था का
निरीक्षण किया। कमेटी
के अनुसार वार्डों और उसकी
गलियों में सफाई
व्यवस्था ठीक ठाक थी।
कमेटी ने जानना चाह कि क्यासफाई
ठकेदार ने ऑटो स्क्रबर मशीन, सिंगल डिस्क मशीन, प्रेशर जेट मशीन, ट्रैक्टर ट्राली व व्हील बेरोज की
आवश्यकतानुसार व्यवस्था की है?