स्टेशन पर ही सड़ता है भुजिया-पापड, व्यापारियों को होता नुकसान
बीकानेर-हावड़ा ट्रेन के पार्सल यान में बीकानेर के उत्पादों की प्राथमिकता से हो लोडिंग : उद्योग संघ
बीकानेर, (samacharseva.in)। बीकानेर जिला उद्योग संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर के वरिष्ठ वाणिज्यिक मंडल प्रबंधक जितेन्द्र मीणा से मुलाकात कर बीकानेर ने बीकानेर-हावड़ा ट्रेन के पार्सल यान में बीकानेर में बने उत्पाद भुजिया, पापड़, रसगुल्ले, फीणी नमकीन व मावा को प्राथमिकता से लोड करवाये जाने की मांग की।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष एवं डीआरयूसीसी सदस्य द्वारकाप्रसाद पचीसिया, जेडआरयूसीसी सदस्य नरेश मित्तल, डीआरयूसीसी सदस्य अनंतवीर जैन व सुशील बंसल ने रेलवे अधिकारी मीणा को बताया कि बीकानेर से बड़ी मात्रा में भुजिया, पापड़, रसगुल्ले, फीणी नमकीन व मावा आदि उत्पाद रेलवे के माध्यम से निर्यात किये जाते हैं। गाड़ी संख्या 22308 बीकानेर-हावड़ा बीकानेर-हावड़ा टेÑन में पार्सल यान के केवल 2 कोच लगते हैं।
इनमें से एक कोच रेलवे ने पहले ही लीज पर दिया हुआ है। वहीं दूसरे पार्सल कोच में बीकानेर के अलावा अन्य स्थानों के माल पहले से ही अन्य उत्पाद बुक होते हैं। ऐसे में बीकानेर में उत्पादित माल बीकानेर से तुरंत रेल द्वारा बाहर जाने के बीकानेर स्टेशन पर जमा पड़ा रह जाता है। यह माल देरी से अन्य शहरों में पहुंचता है। इससे माल खराब होने की भी पूरी आशंका रहती है।
साथ ही रेलवे स्टेशन पर स्थानीय उत्पादों के बंडल बार-बार स्टेशन पर इधर से उधर शिफ्ट करने से बंडल व कार्टून, बोरी, कट्टे आदि क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इससे माल का नुकसान होता है। साथ ही माल पहुंचने में विलम्ब के कारण व्यापारी, उद्यमी को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इस परेशानी से निजात पाने के लिये ही व्यापारी अपना माल रेलवे के बजाय अन्य संसाधनों का उपयोग करता है। इससे रेल्वे को भी राजस्व की हानि होती है।
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