बीकानेर, (समाचार सेवा)। भानीपुरा के आगुणा बास तलाई पर लोगों ने किया श्रमदान। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत गुरुवार 31 मई को भानीपुरा के आगुणा बास स्थित तलाई पर सैकड़ों लोगों ने श्रमदान किया। यहां लोगों ने बूंद-बूंद बरसाती जल के संरक्षण का संकल्प लिया।
प्रातः 7 बजे से ही गांव में उत्सव का माहौल दिखा। पांच-सात किलोमीटर दूर से ग्रामीण टोलियों के रूप में पक्के जोहड़ के पास पहुंचे और कुल्हाड़ी-तगारी लेकर जोहड़ से मिट्टी निकालनी शुरू कर दी। महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में इस पुनीत यज्ञ में भागीदारी निभाई।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सिंह राजावत ने बताया कि इस तलाई के जीर्णोद्धार तथा क्षमता संवर्धन पर 20 लाख रुपये व्यय होंगे। यह कार्य जलग्रहण इकाई द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ ने कहा कि एमजेएसए ने गांवों को जल आत्मनिर्भर बना दिया है।
कलक्टर डॉ. एन. के. गुप्ता ने कहा कि एमजेएसए के तीनों चरणों में अनेक तलाईयों को नया रूप प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण के कार्य 30 जून तक पूरे कर लिए जाएंगे तथा सितम्बर में चैथा चरण प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
बीएसएफ की 157 बटालियन के कमांडेट जयकरण ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल, सीमाओं की सुरक्षा के अलावा जल संरक्षण के कार्यों में सदैव भागीदार रही है। बीएसएफ द्वारा परम्परागत जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संर्वधन की दिशा में सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर पूगल के एसडीएम राजेश नायक, सीओ इस्माइल खान, बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट गोविंद सिंह राठौड़, बीडीओ शीला देवी, सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चैधरी, उपनिदेशक कृषि डॉ. उदयभान, अधीक्षण अभियंता भागीरथ विश्नोई, अधिशाषी अभियंता यशपाल पूनिया, सुरेश खत्री सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।
इससे पहले जिला कलक्टर के नेतृत्व में सभी जिला स्तरीय अधिकारी कलक्ट्रट परिसर से एक साथ बस में भानीपुरा के लिए रवाना हुए।
