भाजपा हटाओ नारे के साथ 3 जून को निकालेंगे स्वाभिमान रैली
बीकानेर, (समाचार सेेेेवा) । भाजपा हटाओ नारे के साथ 3 जून को निकालेंगे स्वाभिमान रैली। सर्व राजपूत संघर्ष समिति ने रविवार को होटल बहादुर विलास में प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि 3 जून तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो समाज जयपुर में बड़ा आंदोलन करेंगा।
प्रेस वार्ता में क्षत्रिय सभा बीकानेर संभाग के अध्यक्ष बजरंग सिंह रोयल ने बताया कि सर्व राजपूत संघर्ष समिति 3 जून को जयपुर में भाजपा हटाओ-राजस्थान बचाओ तथा कमल का फूल-हमारी भूल नारे के साथ स्वाभिमान रैली निकाली जाएगी।
उन्होंने बताया कि समाज को जागृत करने के लिये रविवार 6 मई को जिस प्रकार बीकानेर में प्रेस वार्ता की है उसी प्रकार आगामी दिनों में 13 मई को अजमेर संभाग में, 20 मई को कोटा संभाग में, 27 मई को उदयपुर संभाग में तथा 1 जून को भरतपुर संभाग में प्रेसवार्ता का आयोजन किया जाएगा।
पत्रकारों से बात करते हुए राजपूत समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि राजपूत समाज व रावणा राजपूत समाज भाजपा के शासन में पूर्णतया उपेक्षित महसूस कर रहा है। इस संबंध में समाज ने प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, गृह मंत्री, राज्य की मुख्यमंत्री सभी को अपनी मांगों का पत्र भेजा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार ने इनकी मांगों व आंदोलन को हलके में लिया। आहत समाज ने इस वर्ष 4 अप्रैल को मुख्यमंत्री को एक और मांग पत्र भेजा परन्तु इस मांग पत्र का भी सीएम की ओर से कोई जवाग नहीं आया है।
सरकार के इस रवैये को देखते हुए राजपूत समाज ने आंदोलन का रास्ता अपनाया है। पत्रकार वार्ता में क्षत्रिय सभा बीकानेर के अध्यक्ष बजरंग सिंह रायल, बिग्रेडियर जगमाल सिंह, राजपूत सभा जयपुर के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, मारवाड़ राजपूत सभा अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, प्रवक्ता दुर्गा सिंह शामिल रहे।
रावणा राजपूत समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सांखला, प्रदेश प्रतिनिधि मोहन सिंह हाथोज, करणी राजपूत सेना के प्रदेश अध्यक्ष करणप्रताप सिंह सिसोदिया, जोधपुर से वीपी सिंह, जयपुर से मोहन सिंह, आनंद सिंह, मोती सिंह, बिहारी सिंह लीलकी, कान सिंह बोगेरा, गौरव सेनानी कर्नल हेमसिंह शेखावत आदि उपस्थित रहे।
ये हे प्रमुख मांगे
सर्वराजपूत सभा के अनुसार आनंदपाल प्रकरण में सरकार ने राजपूत समाज से जो समझौता किया उसे पूर्णतया लागू करे। आनंदपाल प्रकरण में सीबीआई केवल एक प्रकरण की जांच कर रही थी।
राज्य सरकार ने दो एफआईआर और जांच के लिये दी उसे वापस लिया जाए। चतुर सिंह लोढा एनकांउटर प्रकरण में सीआई की लंबित जांच पूरी करवाईजाए।
राजपूत समाज को आरक्षण दिया जाए। फिल्म पदमावती पर पूर्णतया बैन तथा सामाजिक भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मों की शूटिंग पर रोक लगाई जाए। सामाजिक संस्थाओं को यूडी टैक्स से मुक्त किया जाए।
पैतृक हथियार पैतृक संपत्ति की तरह हस्तांतरित किए जाएं आदि कुल 12मांगे रखी गई हैं।
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