राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं भगवाधारी, जेठानंद व्यास को टिकट मिलते ही लगे नारे
कांग्रेस के उम्मीदवार घोषणा के बाद शहर में बनेगा घोर चुनावी माहोल
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं भगवाधारी, जेठानंद व्यास को टिकट मिलते ही लगे नारे, बीकानेर पश्चिम विधानसभा सीट से भाजपा की ओर से जैसे ही हिन्दुवादी नेता जेठानंद व्यास को टिकट दिये जाने की सूचना जारी हुई शहर के अंदरुनी क्षेत्रों में व्यास के समर्थकों ने राजतिलक की करो तैयारी, क्षेत्रों में राज तिलक की करो तैयारी-आ रहे हैं भगवाधारी नारे लगाने शुरू कर दिये।
शहर के विभिन्न मोहल्लों से लोग ग्रुप बनाकर नारे लगाते हुए लोग व्यास के आवास तक पहुंचे और नगर विधायक कैसा हो जेठानंद व्यास जैसा हो आदि नारे भी लगाए। भारतीय नव वर्ष पर बीकानेर में पिछले कुछ वर्षों से निकाली जा रही धर्म यात्रा के बाद से क्षेत्र में जेठानंद व्यास की लोकप्रियता बढ़ती गई थी। इस धर्मयात्रा के कारण युवाओं में व्यास की फेन फोलोंइंग अधिक हुई।
टिकटार्थियों की थी लंबी लाइन
हालांकि बीकानेर पश्चिम से भाजपा का टिकट मांगने वालों में शहर भा शहर भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य, पूर्व विधायक स्व. गोपाल जोशी के पुत्र गोकुल जोशी, पौत्र विजय मोहन जोशी, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रहे स्व. मक्खन जोशी के पौत्र अविनाश जोशी, कर्मचारी नेता महेश व्यास, भंवर पुरोहित, शहर भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य, पूर्व विधायक स्व़ गोपाल जोशी के पुत्र गोकुल जोशी, पौत्र विजय मोहन जोशी, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष स्व मक्खन जोशी के पौत्र अविनाश जोशी, भाजपा युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष वेद व्यास, यूआईटी के पूर्व चेयरमैन महावीर रांका, अमेरिका से अपनी नौकरी छोडकर आए एनआरआई अरुण आचार्य, कर्मचारी नेता महेश व्यास, भंवर पुरोहित, दिलीप जोशी भी लाइन में थे मगर बाजी जेठानंद व्यास के हाथ लगी।
हिन्दूवादी नेता के रूप में है जेठानंद की पहचान
हिन्दूवादी नेता के रूप में शहर भर में पहचान रखने वाले जेठानंद व्यास अपने बाल्यकाल 1977 से आरएसएस से जुड़ गए थे। व्यास 1980 में आरएसएस की एक शाखा के घटनायक बने। 1980 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ओम आचार्य के बूथ एजेन्ट बने। बाद में पार्टी उम्मीदवार नंदलाल व्यास, सत्यप्रकाश आचार्य, गोपाल जोशी, देवीसिंह भाटी आदि के चुनाव प्रचार में सक्रिय रहे। व्यास शाखा में गण शिक्षक, मुख्य शिक्षक कार्यवाह सहित अनेक पदों पर रहे। 2013 में वे हिन्दू जागरण मंच से जुड़े और हाल ही में भाजपा में शामिल होने तक वे हिन्दू जागरण मंच के प्रांत संयोजक रहे।
कांग्रेस के टिकट फाइनल होने पर मचेगा घमासान
जेठानंद व्यास विधानसभा चुनाव 2023 में पार्टी के विधायक पद के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर वर्तमान में कांग्रेस के नेता राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला विधायक हैं। कांग्रेस ने अगर इस बार भी डॉ. कल्ला को मैदान में उतारा तो शहर की सीट की लड़ाई का रोमांच अलग लेवल का होगा। वहीं बीकानेर पूर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में विधायक सिद्धि कुमारी के नाम की घोषणा के साथ ही सिद्धिकुमारी के समर्थकों में उत्साह का संचार हो गया। वहीं बीकानेर पूर्व में अपना दावा ठोक चुके कई प्रमुख दावेदारों के समर्थक जरूर निराश दिखे। एक प्रमुख दावेदार को दिल्ली तक से मिल जाने के संकेत थे मगर ऐसा हो नहीं सका।
तीनों वर्तमान विपधायकों को मिला टिकट
भाजपा ने अपनी दूसरी सूची में बीकानेर जिले के अपने जीते हुए तीनों विपधायकों पर एक बार और भरोसा किया है। बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार सिद्धिकुमारी को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। नोखा से बिहारी लाल बिश्नोई तथा लूणकरनसर से सुमित गोदारा को प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि श्रीडूंगरगढ़ में चुनाव हार जाने के बावदजू पार्टी ने अपनी पहली सूची में ही ताराचंद सारस्वत को लगातार दूसरी बार टिकट सौंप दिया था। भाजपा ने अब तक कोलायत और खाजूवाला से अब तक किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया है।
कोलायत में कांग्रेस ने भंवर सिंह भाटी को दिया टिकट
बीकानेर जिले की कोलायत विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस ने एक बार फिर ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बीकानेर पश्चिम, बीकानेर पूर्व, लूणकरनसर, नोखा, खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ से कांग्रेस के उम्मीदवार अब तक फाइनल नहीं हो सके हैं।
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