गोल्डन जुबिली समारोह में सालभर होंगे अनेक आयोजन – डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह
बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीएसएफ बीकानेर डीआईजी सेक्टर हैडक्वार्टर की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण, बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) बीकानेर डीआईजी सेक्टर हैडक्वार्टर की स्थापना के 11 मई को 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सेक्टर में पूरे एक साल गोल्डन जुबिली समारोह के तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बीएसएफ बीकानेर सेक्टर के 28वें डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह ने शुक्रवार को सेक्टर परिसर में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि बीएसएफ बीकानेर डीआईजी सेक्टर की स्थापना 11 मई 1972 को सूरतगढ में हुई थी।
उन्होंने बताया कि स्थापना के गोल्डन जुबिली कार्यक्रमों के तहत रविवार 8 मई को स्थानीय गोल्फ कोर्स में गोल्फ की प्रतियोगिता होगी। इसमें भारतीय सेना के अधिकारी-सैनिकों सहित जयपुर व इंदौर के खिलाडी शामिल होंगे।
डीआईजी सिंह ने बताया कि सोमवार 9 मई को सेक्टर परिसर में सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें बीएसएफ में शामिल हुए नए जवानों को सेक्टर के इतिहास व आगामी कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
सिंह ने बताया कि सोमवार 9 मई की शाम को ही जवानों के परिवारों के लिये बडा खाना आयोजित होगा। जबकि बीएसफ सेक्टर स्थापना दिवस बुधवार 11 मई को डिनर का आयोजन होगा।
इस डिनर में बीकानेर संभाग के जिला व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी शामिल होंगे। इस डिनर के दौरान बीएसएफ पर एक डोक्यूमेंटरी दिखाई जाएगी।
इसमें बताया जाएगा कि किस प्रकार 1965 में बीएसफ की स्थापना हुई और बीकानेर सेक्टर ने पिछले 50 वर्षों में क्या-क्या उपलब्धियां हासिल की।
डीआईजी सिंह ने बताया कि जून माह में बीकानेर के खाजूवाला सीमा क्षेत्र में अटारी की तरह ही रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें परेड का आयोजन होगा।
उन्होंने बताया कि आगामी वर्षों में सांचू बोर्डर पोस्ट की तरह खाजूवाला क्षेत्र भी पर्यटन के नक्शे में शामिल हो जाएगा।
सिंह ने बताया कि अक्टूबर माह में बीएसफ बीकानेर सेक्टर की भव्य रेजिड डे परेड का भी आयोजन किया जाएगा।
सीमा सुरक्षा बल बीकानेर की उपलब्धियाँ
डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि पिछले 50 वर्षों में बीएसएफ बीकानेर सेक्टर ने अनेक उपलब्धियां अर्जित की हैं। इनमें 03 पाकिस्तानी आंतकवादी व 03 पाकिस्तानी घुसपैठिये को ढेर किया व 12 घुसपैठियों को गिरफ्तार करवाया।
उन्होंने बताया कि 23 सितम्बर 2006 को 195वीं वाहिनी के जवानों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया। 4 अत्याधुनिक राइफल, 3 चीनी पिस्तोल व 22 ग्रेनेड बरामद किए। 11 मई 2016 को रावला मंडी के कुख्यात अपराधी बलवंत सिंह के घर से एके 47 राइफल व एक मेगजीन जप्त की गई।
02 जून 2021 को 127वीं वाहिनीं द्वारा 56.501 किलोग्राम हैरोइन बरामद की। 8 भारतीय तस्करों को जेल पहुचाया। 10 नवम्बर 2020, को 3 भारतीय नागरिकों से 1 लाख 35 हजार मूल्य के भारतीय जाली मुद्रा बरामद की।
14 अगस्त 2020 को भारत-पाक सीमा पर तस्करी की घटना को विफल किया। तस्कर बलवंत सिंह, हरदीप सिंह व संदीप सिंह को अरेस्ट किया। 1 फरवरी 2022 को तस्कर सुरेन्द्र कुमार को गिरफ्तार करवाया।
सीमा सुरक्षा बल बीकानेर का इतिहास
डीआईजी सिंह ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर का गठन 11 मई 1972 को सूरतगढ में राजस्थान एवं गुजरात सीमान्त के अन्तर्गत किया गया।
बाद में 1 अप्रैल 2004 को बीकानेर एवं श्रीगंगानगर दो क्षेत्रीय मुख्यालय बना दिये गए। उन्होंने बताया कि ब्रिगेडियर रण सिंह क्षेत्रीय मुख्यालय बीकानेर के पहले डीआईजी बने।
राज्य के वर्तमान डीजी पुलिस मोहन लाल लाठर वर्ष 2003-2004 में इस सेक्टर के डीआईजी रहे हैं।