बीकानेर, (समाचार सेवा)। ये दुष्प्रचार है, ‘खुलासा’ नहीं-आरएमसीटीए राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर ऐसासियेशन (आर.एम.सी.टी.ए.) बीकानेर शाखा के अनुसार बीकानेर में चिकित्सकों के आवासीय परिसर में दवा विक्रय दुकानें नियमानुसार है एवं किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं की जा रही है।
एसोसियेशन के सदस्यों ने
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्रधानाचार्य डॉ. एच.एस. कुमार को आश्वस्त किया कि जो भी कार्य हो
रहा है वह मरीजों के हितार्थ है, चूंकि कई दवाइयां बिना डॉक्टर की पर्ची के
बिना उपब्लध नहीं होती है, इसलिए मरीजों के सुविधा के लिए ही डॉक्टर्स के
चैम्बर्स के पास ही दवा दुकानें है।
यह दुकानें चिकित्सकों द्वारा संचालित नहीं
की जा रही है बल्कि किरायें/ लीज पर समस्त
औपचारिकताओं की पूर्ति के पश्चात दी गई है। उक्त संचालित दवा दुकानों के लिए
किराये को चिकित्सकों द्वारा
स्वयं के आय में शामिल कर निर्धारित टैक्स दिया जाता रहा है।
आर.एम.सी.टी.ए. बीकानेर शाखा की मंगलवार को हुई आमसभा में चिकित्सक शिक्षकों ने राजकीय सेवा नियमों, एवं आचरण नियमों का विस्तृत एवं विधि सम्मत कार्यों की चर्चा की। संगठन के अध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी ने बताया कि आमसभा में चिकित्सकों के आवास पर संचालित की जाने वाली दवा दुकानों के क्रम में विश्लेषण के उपरांत यह निष्कर्ष निकाला गया कि कतिपय लोगों किया यह दुष्प्रचारित तथ्य आधारहीन है।
इसका समस्त चिकित्सक शिक्षकों ने पुरजोर खंडन किया। सदस्यों के अनुसार कोई भी चिकित्सक शिक्षक राजस्थान सेवा नियमों के विरुद्ध कार्य नहीं कर रहा है।
इस मिटिंग में डॉ. सुरेन्द्र बेनीवाल, डॉ. महेन्द्र सिसोदिया, डॉ. विजय कुमार टुंडवाल, डॉ. आई. डी.
चारण, डॉ. मनोज मीणा, डॉ. बी.सी.घीया, डॉ. आर.डी. मेहता, डॉ. कांता भाटी, डॉ. अभिषेक कोचर, डॉ. बी.एस.सेंगर, डॉ. सुशील फलोदिया, डॉ. संदीप बुरी, डॉ. जितेन्द्र फलोदिया, डॉ. हरदेव नेहरा आदि समस्त आर.एम.सी.टी.ए. सदस्य शामिल हुए।