सरकार के विपरीत होंगे हालात – पं. बृजेश्वरलाल व्यास (ज्योतिषी)

Brijeshwar Lal Vyas
Pt. Brajeshwarlal Vyas (astrologer)

आमजन में होगी परेशानी, राजनैतिक दलों का होगा कड़ा विरोध

बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर निवासी पं. ब्रजेश्वरलाल व्यास (ज्योतिषी) की भविष्‍यवाणी के अनुसार आने वाला वर्ष सरकार के लिये कष्‍टकारक हो सकता है। साथ ही राजनैतिक दलों का कडा विरोध होगा। आम जन परेशान रहेगा। सर्दी अधिक होगी टिडडी का प्रकोप अधिक होगा। कही बर्षा अधिक तो कही सुखें के हालात रहेंगे।

राजनीति में उत्थल पुथल सत्‍ता पक्ष में विरोध जात पात धर्म पर विद्रोह  युद्व के हालात भी बन सकते हैं। पंडित व्‍यास ने बताया कि ऐसा योग सम्वत 1986 सन् 1929 में पांच ग्रह सूर्य बुध शनि मंगल साथ थें सम्वत 2018 में सूर्य मंगल बुध शुक्र साथ थे। पं. व्‍यास के अनुसार भारतीय ऋषी मुनियों ज्योतिषीयों एवं कवियो की लेखनी मे जो सत्यता होती है वो एक दम सही होती हैं। पंडित व्‍यास के अनुसार जब वह ज्योतिष विद्या का अध्ययन करते थे ग्रहो के चालन व गति से ज्ञात  भविष्यवाणी पर शोधकर्ता थे।

हिन्दी की कविताओ की पोथी पढ़ते थे तो मन प्रसन्न होता था। उन कविताओ में जो झलक पढ़ने को मिलती थी वह आज समय समय पर हमे आभास कराती है। किसी कवि ने दिसम्बर माह का वर्णन कितना सुन्दर किया हैं –

पड रही कडाके की सर्दी ठंडा है माह दिसम्बर का

पेर तले धरती ठरती चु रहा कलेजा अम्बर का।

किस हत भागे शाहजहां की मुमताज बिलखती जाती हैं

यह कौन हर हर ती जाती हैं यह कौन ठिठुरती जाती

इस संदर्भ में पंचाग में तों भवानी भेरव संवाद में वर्ष की भविष्यवाणी पहले ही करदी जाती है की इस वर्ष ठंड अधिक होगी गर्मी अधिक होगी यह सब बिस्वों में लिखी होती है लेकिन ज्योतिष शास्‍त्र में भी हमें सही भविष्यवाणी ज्ञात हो जाती हैं सम्वत 1958 शाकः 1823 सन् 1901-1902 श्रावण मास अधिक मास था इस पंचाग में लिखा हैं कि –

मेघमाल वर्षा करे शुक्‍ल पक्ष आसाढ

श्रावण खेच दिखावसी पवन लगावे आड

शाखा होसी सांतरी दरखत बेलालूम।

कोई दिषा के माहने टीडी करसी घूम।

सम्वत् 1958 में यह स्थति बनी थी ठंड का अधिक प्रकोप था उस समय  टिडडी का प्रकोप भी था। उस समय दिसम्बर माह में धनु राशि में चार ग्रह थें सूर्य बुध बृहस्पति व षनि  इस बार भी यह योंग सम्बत 2076 शाकः 1941 सन् 2019-2020 में बने हुए हैं सम्बत 1976 शाकः 1841 सन् 1919-1920 में वही स्थति 1901 वाली बनी थी।

इस बार भी शनि केतु बृहस्पति एक राशि पर जाय

ओला वर्षा कष्ट भय मंदा धान्य बिकाय

इस समय ग्रह योग से सर्दी अधिक होगी टिडडी का प्रकोप अधिक   कही बर्षा अधिक तो कही सुखें के हालात रहे राजनीति में उत्थल पुथल सता पक्ष में विरोध जात पात धर्म पर विद्रोह  युद्व के हालात भी बन सकते हैं ऐसा योग सम्वत 1986 सन् 1929 में पाॅच ग्रह सूर्य बुध शनि मंगल साथ थें सम्वत 2018 में सूर्य मंगल बुध शुक्र साथ थे। यही हालात सम्वत 2077 षाकः 1942 सन् 2020-2021 में भी सूर्य शनि शुक्र बृहस्पति मकर राषि में पोष माह में आ रहे हैं । अधिक मास आसोज बना  ऋतु ताप प्रतिचार चक्रवात आंधी तुफान भूकम्पन क्षतिसार ।

इन परिस्थितियों में यह नया वर्ष उथल पुथल का रहेगा। आम जन के मन में शांति नही होगी। लूटपाट  हिंसा विमान क्रेस रेल दुर्धटना अधिक होगी। इस वर्ष खण्ड वर्षा होगी तो कही पर अकाल के बादल छाये रहेगे। इस समय का निवास वेष्य के घर हैं रोहिणी का वास संधि पर हैं । किसानों को परेषानी रहेगी टिडी दल को पुनः प्रकोप माली हालात खराब होगी देष में षान्ति नही रहेेगी। राजनेता व सरकारी कर्मचारी अपनी कुटनीति विचारों से जनता को परेषान करेगे। राजनीतिज्ञ पार्टीयों की छवी खराब रहेगी। जन्म बिस्वा पांच मृत्यु मरण बिस्वा 13 होने से उत्साह मे कमी रहेगी।

अतः निष्कर्ष के अनुसार हम यह कह सकते है कि आगामी साल 2020 में देश के हालात आम जनो के हित से दूर रहेंगे  राजनैतिक दलो को कड़ा विरोध का सामना करना पडे़गा और देश के हालात नाजुक रहेंगे जिससे हर आमजन सरकारके विपरित रहेगा।