दण्ड आदेश भुगतने वाले को स्वीकारे समाज – जस्टिस माणक मोहता

The society accepts those who face punishment order - Justice Manak Mohta
Justice Manak Mohta of the Rajasthan High Court

सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020

बीकानेर, (samacharseva.in)। दण्ड आदेश भुगतने वाले को स्वीकारे समाज – जस्टिस माणक मोहता, राजस्थान हाई कोर्ट के जस्टिस माणक मोहता ने विधि के विद्यार्थियों व भावी वकीलों से आव्‍हान किया कि वे अपने वकालत के पेशे के दौरान यह भी ध्‍यान रखें कि दंड आदेश भुगतने वाले व्यक्ति का सामाजिक पुनर्वास भी संभव हो सके।

जस्‍टिस मोहता सोमवार को आरएनबी ग्‍लोबल युनिवर्सिटी बीकानेर में तीसरे सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 के पुरस्‍कार वितरण समारोह को मुख्‍य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्‍होंने  संविधान के अनुच्छेद 20 में दिए गए दोहरे दंड के विरुद्ध संरक्षण की व्याख्या करते हुए हाईकोर्ट के उनके कार्यकाल के दौरान आए एक दाण्डिक मुकदमे का उल्लेख किया जिसमें एक व्यक्ति को हत्या के आरोप में दोष सिद्ध किया गया और न्यायालय द्वारा कारावास से दंडित किया गया। जिसके उपरांत भी समाज में दंड आदेश भुगतने के बाद उस व्यक्ति की स्थिति दयनीय थी।

जस्टिस मोहता ने भावी अधिवक्ताओं को इस ओर भी ध्यान देने का आग्रह किया ताकि दंड आदेश भुगत चुके व्यक्ति का सामाजिक पुनर्वास भी संभव हो सके। समारोह में बीकानेर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी ने विद्यार्थियों से रील तथा रियल लाइफ के अंतर को समझने का आग्रह किया। उन्‍होंने विद्यार्थी जीवन में अपने गुरुजनों का सम्मान करके उनसे अधिकाधिक ज्ञान प्राप्त करने का आह्वान भी किया। समारोह के दौरान जस्टिस मोहता ने सभी प्रतिभागियों को इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए बधाई दी।

उन्होंने विजेता और उपविजेता टीमों तथा अन्य विजेताओं को भी बधाई दी। विशिष्ट अतिथि बीकानेर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी उपस्थित थे। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

बेंगलुरू की टीम बनी सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 की विजेता

क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू की टीम ने आरएनजीबी युनिवर्सिटी बीकानेर परिसर में तीन दिन तक चले सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 का खिताब अपने नाम किया है। कुल 8 न्यायाधीशों की बेंच ने एकमत से क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू की टीम को विजेता घोषित किया।

पुरस्‍कार वितरण समारोह के मुख्‍य अतिथि राजस्थान हाई कोर्ट के जस्टिस माणक मोहता तथा बीकानेर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी ने विजेता टीम को ₹21 हजार नकद प्रमाण पत्र व ट्रॉफी भेंट की। अतिथियों ने उपविजेता टीम को ₹11 हजार नकद प्रमाण पत्र तथा ट्रॉफी भेंट की। प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न कसौटियों पर प्रतिभागियों की अधिवक्ता कला का परीक्षण किया गया। फाइनल मुकाबले में कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल का खिताब सस्त्र यूनिवर्सिटी थंजावुर को दिया गया।

सर्वश्रेष्ठ शोध करने के लिए चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटना बिहार के करण सिंह रौतेला को बेस्ट रिसर्चर का इनाम दिया गया। सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप में सिंबायोसिस लॉ स्कूल हैदराबाद की सुरभि श्रीनिवासन को चुना गया। उन्हें नकद पुरस्कार के साथ-साथ प्रमाण पत्र तथा ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।  

मूट कोर्ट कंपटीशन में पहुंची देशभर की 17 टीमें

आरएनजीबी युनिवर्सिटी बीकानेर परिसर में तीन दिन तक चले सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 में पूरे भारत से कुल 17 टीमों ने भाग लिया।

इनमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार गया, सिंबायोसिस लॉ कॉलेज पुणे,  यूएलआईएस यूनिवर्सिटी देहरादून, राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटियाला पंजाब, सिंबायोसिस लॉ स्कूल हैदराबाद, जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू, सस्त्र यूनिवर्सिटी थंजावुर, ठाकुर रामनारायणन कॉलेज ऑफ लॉ, दहिसर मुंबई, राजस्थान कॉलेज ऑफ लॉ, कानोरिया कॉलेज केंपस जयपुर, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज देहरादून, चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटना बिहार, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी जयपुर शामिल थीं।

जजों ने प्रतियोगीटीमों से पूछे सवाल

आरएनजीबी युनिवर्सिटी बीकानेर परिसर में तीन दिन तक चले सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 में राजस्थान यूनिवर्सिटी के अनेक प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर स्कोर जज के रूप में आमंत्रित किया गया था।

इनमें प्रो. आरती शर्मा, प्रो. दीक्षा शर्मा, प्रो. पूनम विश्नोई डॉ. वीनू राजपुरोहित, डॉ. नमिता जैन, डॉ. किरण राज, प्रो. राखी शर्मा, प्रो. अलकनंदा राजावत और डॉ. प्रियंका जोशी शामिल थे। समस्त जजों ने टीमों के सदस्यों से मूट प्रॉब्लम से संबंधित कई सवाल किए और प्रतिभागियों ने उन सवालों का सफलतापूर्वक जवाब दिया।

चार टीमें पहुंची सेमी फाइनल में

आरएनजीबी युनिवर्सिटी बीकानेर परिसर में तीन दिन तक चले सेठ जगन्नाथ बजाज मेमोरियल आरएनबीजीयू नेशनल मूट कोर्ट कंपटीशन 2020 में आई कुल 17 टीमों में से 4 टीमों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। इनमें इक्फ़ाई यूनिवर्सिटी देहरादून, सिंबायोसिस लॉ स्कूल हैदराबाद, सस्त्र यूनिवर्सिटी थंजावुर और क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरु स्थान पाने में कामयाब रहे।