सामरदा में नहर की टूटी पुलिया पुनर्निर्माण अंतिम दौर में

samarda me tuti nahar ki pulia ka nimarn
सामरदा में नहर की टूटी पुलिया के पुननिर्माण के कार्य का निरीक्षण करते संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल।

बीकानेर। सामरदा गांव में लगभग एक माह पूर्व टूटी नहर की पुलिया पुनर्निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने शुक्रवार को निर्माण कार्य का अवलोकन किया तथा शेष कार्य गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने को कहा।

उल्लेखनीय है कि सामरदा (नोसरा)  में नहर के ऊपर बनी पुलिया लगभग एक महीने पहले टूट गई थी। इससे ग्रामीणों की आवाजाही रुक गई और उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। संसदीय सचिव ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बुलाकर वस्तुस्थिति जानी तथा इसकी दुरूस्ती का तकमीना बनवाया।

विभााग द्वारा शीघ्र ही 7.5 लाख रुपये इस कार्य के लिए स्वीकृत कर दिए गए। आईजीएनपी द्वारा यह कार्य न सिर्फ प्रारम्‍भ करवा दिया गया, बल्कि अब यह अपने अंतिम चरण में है। शुक्रवार को संसदीय सचिव ने विभागीय अधिकारियों के साथ इस कार्य को देखा। उन्होंने इसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

साथ ही गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करने को कहा। इस दौरान सरपंच इशाक खान नायच, ओम धत्तरवाल, राकेश सहोत्रा, पंचायत समिति सदस्य अकबर खान, सत्तार लम्बरदार, अब्दुल रज्जाक, पृथ्वी धत्तरवाल, गोपाल तिवाड़ी और इस्माइल सहु आदि साथ थे।

तय समय पर पूरे हों बीएडीपी के काम  

बीकानेर खाजूवाला पंचायत समिति के लोगों ने विकास अधिकारी को पत्र भेजकर सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम बीएडीपी के सभी कार्य तय समय पर संपन्‍न करवाने की मांग की है। नागरिकों की ओर से भेजे गए इस पत्र में बताया गया है कि भारत सरकार सीमा क्षेत्र के गांवों में आधारभूत सुविधाओं के लिये करोडों रुपये प्रति वर्ष भेजती है मगर उदासीन अधिकारियों की लापरवाही से विकास कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं। लोगों ने बताया कि जिन कार्यों में ग्राम पंचायत या पंचायत समिति एजेन्‍सी बनकर काम करवाती है वो कार्य समय पर पूरे हो जाते हैं जबकि जलदाय विभाग,‍ बिजली विभाग, पीडब्‍ल्‍यूडी के काम तय समय पर पूरे नहीं हो पाते हैं। इससे ग्रामीणों को राशि होने के बावजूद परेशान होना पडता है।