राजनेता मानिकचंद सुराना का जयपुर में निधन, अंतिम संस्कार गुरुवार को बीकानेर में

Politician Manikchand Surana died in Jaipur, funeral in Bikaner on Thursday
Politician Manikchand Surana died in Jaipur, funeral in Bikaner on Thursday

बीकानेर, (samacharseva.in)। राजनेता मानिकचंद सुराना का जयपुर में निधन, अंतिम संस्कार गुरुवार को बीकानेर में, राजस्थान सरकार के पूर्व वित्त मंत्री व लूणकरनसर के पूर्व विधायक मानिक चन्द सुराना का बुधवार सुबह 6 बजे निधन हो गया। सुराणाजी की पार्थिव देह जयपुर से बीकानेर लाई जा रही है। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार 26 नवम्बर को गोगागेट स्थित ओसवाल श्मसान घाट पर होगा।

सुराना दो पुत्र राजेन्द्र सुराना,जितेन्द्र सुराना एवं एक पुत्री पूर्णिमा सुराना सहित पूरा भरा-पूरा परिवार छोड़कर संसार से विदा हुएं है। पूर्व विधायक सुराना का पिछले कुछ दिनों से जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पाताल की आईसीयू युनिट में इलाज चल रहा था। वे कोरोना संक्रमित भी हुए थे मगर बाद में उससे उबर गए थे।

राजस्थान की राजनीति में अपनी विद्वान राजनेता की छवि के कारण चर्चित सुराणा आपातकाल के बाद शुरू हुई गैर कांग्रेसी ध्रुवीकरण में अग्रणी थे। समाजवादी चेहरे के रूप में उभरे सुराणा ने बाद में भाजपा से भी चुनाव लड़ा और जब भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो बागी भी हुए।

गैर जातिवादी राजनीति करने व जनहित सर्वोपरि की भावना से काम करने वाले और अध्ययनप्रेमी राजनेता के रूप में आपका योगदान सदैव याद किया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा नेता गोकुल जोशी, मोहन सुराना, सुरेन्द्र। सिंह शेखावत, एडवोकेट अशोक कुमार भाटी, अशोक प्रजापत,कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित, जिला परिषद के पूर्व सदस्ये सत्तूं खां, कांग्रेसी नेता गुलाम मुस्तेफा उर्फ बाबू भाई ने सुराना के निधन पर सोशल मीडिया के माध्य‍म से शोक प्रकट किया है।

अपने शोक संदेश में इन नेताओं ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों को संबल देने की प्रार्थना की। इन नेताओं ने कहा कि श्री मानिक चंद सुराना एक कुशल, कर्मठ जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी थे। उन्होंने सदा किसानों और गरीबों के बारे में सोचा एवं आप हमेशा सेवा भाव के लिए समर्पित रहे।