पेरोल पर गए दो दंडित कैदी हुए फरार

do qaidi farar

बीकानेर। पेरोल पर गए दो दंडित कैदी हुए फरार। केन्‍द्रीय कारागृह बीकानेर से पेरोल पर गए हुए दो दंडित कैदी फरार हो गए हैं, इनमें एक कैदी बीकानेर का तथा दूसरा कैदी झुंझुनूं जिले का है।

दोनों कैदियों के खिलाफ बीछवाल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। बीछवाल थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर जिले में नोखा थाना क्षेत्र के गांव जयसिंहदेसर मगरा निवासी दंडित बंदी भंवरलाल बिश्‍नोई पुत्र श्रीकृष्ण बिश्‍नोई उर्फ किशन उम्र 50 साल गत माह 15 मई को पैरोल पर गया था।

बंदी भंवरलाल को इस माह 5 जून को शाम तक वापस जेल आना था मगर वह नहीं आया। बंदी भंवर पैरोल से ही फरार हो गया।

इस संबंध में केन्‍द्रीय काराग्रह कर्मी बीकानेर में व्‍यास कॉलोनी थाना क्षेत्र के निवासी नंदलाल पुत्र बजरंगलाल की 8 जून को दोपहर बाद लगभग 3 बजे दी गई रिपोर्ट पर बीछवाल थाना पुलिस ने कैदी भंवर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

मामले की जांच हैड कांस्‍टेबल गजेन्‍द्र सिंह को सौंपी गई है। दूसरी ओर झुंझुनूं में सदर थाना क्षेत्र में चारणवासी इलाके के निवासी व केन्‍द्रीय कारागृह बीकानेर में दंडित बंदी योगेश जाट पुत्र भागूराम उम्र 33 साल भी पैरोल से फरार हो गया।

केन्‍द्रीय कारागृह प्रहरी बुधराम ब्राहम्ण की ओर से बीछवाल थाना पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि दंडित बंदी योगेश जाट इस वर्ष 26 मार्च को पैरोल पर गया था।

योगश को इस वर्ष 14 अप्रैल को ही शाम तक ही केन्द्रीय कारागृह बीकानेर में वापस आना था मगर वह नहीं आया। मामले की जांच हैड कांस्‍टेबल मनोज कुमार को सौंपी गई है।

पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपी दंडित बंदियों के खिलाफ राजस्‍थान बं‍दी अधिनियम 1960 की धारा 11/2ख के तहत मामला दर्ज किया है।

शहर में मोटर साइकिल चोरी की वारदातें बढी

बीकानेर शहर में मोटरसाइकिल चोरी की वारदातें बढती जा रही है। जिला पुलिस बाइक चोरी की बडी वारदात का खुलासा करती है उसके बाद कुछ दिन तो बाइक चोरी की घटनायें थम जाती है मगर बाद में आम दिनों की तरह चोरी की वारदातें पुन शुर हो जाती है।

सबसे आश्‍चर्य की बात तो यह है कि शहर में भरी दोपहर हो या शाम का समय बाइक चोर किसी भी समय बाइक पार कर ले जाते हैं। चोरी की बाइक खरीदने वाला गैंग भी शहर में सक्रिय है यही कारण है कि बाइक चोरों को आसानी से चेारी की बाइक का रुपया जल्‍द मिल जाता है।

खरीदने वाले बाइक को खुर्दबुर्द कर पुर्जों के हिसाब से भी बाइक के पार्टस बेच देते हैं या पूरी की पूरी बाइक दूसरे शहर में सप्‍लाई कर देते हैं। इस चैन को तोडे बगैर बाइक चोरी रुकना संभव तो नहीं दिख रहा है।