ऑनलाइन उपस्थित पर शिक्षकों में भारी रोष

online upasthit par shikshakon mein bharee rosh
गांव के स्कूeल से पेड पर चढकर ऑन लाइन उपस्थिति दर्ज कराता एक शिक्षक।

बीकानेर, (samacharseva.in)। ऑनलाइन उपस्थित पर शिक्षकों में भारी रोष, विद्यालयों में शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थित को लेकर राजस्थान एलिमेंट्री एवम सेकंडरी टीचर्स एसोसिएशन ने गंभीर विरोध जताया है।

राजस्थान एलिमेंट्री एवम सेकंडरी टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री शिवकरण सिंह राठौड़ ने बीकानेर में जारी एक बयान में कहा कि रा’य सरकार ने स्कूलों में शाला दर्पण के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थित के निर्देश बिना किसी तैयारी के जारी कर दिए जो शिक्षकों के लिए बेहद मुश्किल का कारण बन गए हैं।

महामंत्री ने कहा कि स्कूलों में पूरी तरह से बिजली भी नहीं है और इंटरनेट कनेक्टिविटी भी उपलब्ध नहीं है ऐसे में ऑनलाइन प्रविष्टियां की जानी संभव ही नहीं है, जबकि शिक्षा विभाग जबर्दस्ती ऑनलाइन इंद्राज करने की बाध्यता जारी कर रहा है।

राठौड़ ने कहा कि केवल स्कूलों में इस तरह के नादिरशाही फरमान जारी करने से पहले शिक्षा विभाग को शिक्षा निदेशालय एवम शिक्षा संकुल के अलावा सचिवालय में ये व्यवस्था लागू करनी चाहिए थी ताकि  विसंगतियों का पता चलता।

स्‍लो इंटरनेट सेवा, गांव की स्‍कूल में पेढ पर चढकर ऑन लाइन उपस्थिति दर्ज कराता एक शिक्षक।

संगठन के बीकानेर जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह सांगलिया ने कहा कि स्कूलों में संसाधन के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है फिर भी इस तरह के आदेश जारी करके सरकार ने अध्यापकों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के बड़े समूह में इस प्रकार की व्यवस्था के प्रति भारी असंतोष व्याप्त है।

प्रदेश महामंत्री ने कहा कि संगठन द्वारा इस अव्यवस्था के प्रति राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।