नारायण सेवा संस्‍थान ने अब तक 3.27 लाख निशक्‍तजनों के करवाये ऑपरेशन

narayan seva sansthan udaipur
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बीकानेर, (समाचार सेवा) नारायण सेवा संस्थान उदयपुर में अब तक लगभग 3 लाख 27 हजार से अधिक नि:शक्तजनों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं। अपंग, अनाथ, निर्धन, विधवा, वृद्ध एवं वंचितजनों के सेवा में सतत् संलग्न नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर द्वारा रविवार 20 मई को को सांय 4.30 बजे गंगाशहर रोड़ स्थित महादेव भवन में आत्मीय स्नेहमिलन एवं भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा।

नारायण सेवा संस्थान के फील्ड प्रभारी मुकेश शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के अतिथि रामेश्वरलाल सोनी, शिवरतन गोपाल अग्रवाल, पुरुषोत्तम दावड़ा होंगे। उन्होंने बताया कि नारायण सेवा संस्थान की स्थापना कैलाश ”मानव” द्वारा वर्ष 1985 में ”एक मुट्ठी आटा” एकत्र कर अभियान की शुरुआत की।

इस अभियान के तहत पूज्य कैलाश मानव ने प्रतिदिन आस-पास पड़ौस के घरों में एक मुट्टी आटा/अनाज एकत्र कर कुछ व्यक्तिजनों को भूख की तृष्णा मिटाने हेतू एकत्र कर उनको वितरण करने हेतू अभियान चलाया। प्रारंभ में इस कार्य में परिवार के सदस्य तद्यथा गिनती के मित्र थे जो आज लगभग एक हजार साधक-साधिकाएं मानवता के कल्याणकारी कार्य में पूज्य कैलाशजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवा एवं पुण्य का कार्य कर रहे हैं।

संस्थान में प्रतिदिन लगभग 100 नि:शक्तजनों के नि:शुल्क ऑपरेशन किए जा रहे हैं। ऑपरेशन के समय से लेकर और बाद में भर्ती रहने तक सभी प्रकार की दवाईयां तथा साथ में आए परिजनों को नि:शुल्क आवास व भोजन व्यवस्था उपलब्ध करवायी जाती है। संस्थान में अब तक लगभग 3 लाख 27 हजार से अधिक नि:शक्तजनों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं।

प्रतिवर्ष लाखों लोगों को नि:शुल्क जांच की जाती है, असहाय, वृद्ध एवं वंचितजनों एवं चयनित, पंजीकृत कर उनको नि:शुल्क राशन वितरण किया जाता है। इसके साथ ही असहाय एवं नि:शक्तजनों को सिलाई, कम्प्यूटर, मोबाईल, रिपेयरिंग इत्यादि रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षणों द्वारा उनको स्वावलम्बी बनाकर आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा दी जाती हद्यै।

संस्थान आर्थिक रुप से निर्धन, असहाय एवं विकलांग व्यक्तियों के लिए नि:शुल्क सामूहिक विवाह का भी आयोजन कर उन्हें वैवाहिक जीवन के साथ सामाजिक पहचान प्रदान करते हैं।

संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने अपने संदेश में स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संस्थान की जानकारी वंचितजनों तक पहुंचाएं जिससे वंचितजन संस्थान में सामाजिक कल्याणकारी कार्यों तथा सेवाओं से लाभान्वित हो सके।

इसके साथ ही दानवीर भामाशाहों से भी अपील की है कि संस्थान के सेवा कार्य कलापों की गति प्रदान करने के लिए दिल खोलकर तन-मन-धन से सहयोग कर इसके सफल संचालन में सहयोग करें।