मनरेगा-संविदा कार्मिकों की हड़ताल जारी

MANREGA-SAMVIDA KARMIK
कलेक्ट्रेट के सामने महानरेगा संविदा कार्मिकों के समर्थन में धरना देते मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोविन्द सिंह भाटी।

बीकानेर, (समाचार सेवा) मनरेगा-संविदा कार्मिकों की हड़ताल जारी। पंचायती राज विभाग द्वारा वर्ष 2013 में निकाली गई एलडीसी व एसएसआर भर्ती के समस्त पदों पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार भर्ती पूर्ण करने की मांग के साथ महानरेगा संविदा कार्मिकों का धरना और हड़ताल 25 मई को अपने 26 वें दिन भी जारी रही।

महानरेगा संविदा कार्मिकों के नियमितीकरण के लिए महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ जिला इकाई बीकानेर की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन के बारे में संघ के नवीन शेखर पुरोहित ने बताया कि कार्मिकों को अनेक संगठनों की ओर से लगातार समर्थन मिल रहा है।

धरना स्थल पर पंचायत समिति बीकानेर मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के गोविंद सिंह भाटी, जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, हवा सिंह आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर देवीलाल विश्नोई, मदनलाल सियाग, रामनिवास, नारायण किराडू, तुलसीदास बोहरा, छोटूलाल आचार्य, गोपाल जोशी, रूपेश, कृष्णमोहन रंगा, मुकुंद पुरोहित, सुनील जोशी, अमित पारीक आदि मौजूद थे।

बीएसएनएल की सेवायें गडबडाई

बीकानेर (समाचार सेवा)शहर में बीएसएनएल फोन, मोबाईल फोन तथा इंटरनेट कनेक्‍शन कब अचानक ठप हो जाएंगे ये कोई कह नहीं सकता।

अनेक लोग बीएएसएनएल की व्‍यवस्‍थायें ठप होने पर विभाग को फोन लगाते हैं तो वहां फोन उठाने वाला कोई नही होता है। यदि कस्‍टमर बीएसएनएल कार्यालय पहुंच जाए तो भी उनकी समस्‍या सुनने वाला कोई नहीं होता है। कोई मिलता है तो वो यही जवाब देता है कि समस्‍या चंडीगढ से है।

वहां से जैसे ही ठीक होगी बीएसएनएल की व्‍यवस्‍थायें सुचारू हो जाएंगी। परेशान लोग दूसरी टेलीफोन कंपनियों की ओर मुड जाते हैं।

 गडबडाई शहर की सफाई व्‍यवस्‍था

बीकानेर (समाचार सेवा)बीकानेर में सफाई व्‍यवस्‍था गडबडाई हुई हे। अनेक लोगों व संगठनों ने नगर

निगम को ज्ञापन भेजकर सफाई व्‍यवस्‍था सुचारू करने की मांग की मगर व्‍यवस्‍था सुचारू नहीं हो सकी। कहीं विवाह स्‍थलों के बाहर गंदगी को हटाने की व्‍यवस्‍था नहीं है तो कहीं नालों को सफाई करने की सुचारू व्‍यवस्‍था को लेकर बार बार आग्रह करने के बावजूद नाले गंदगी से अटे पडे हैं।

सडकों के गडढे तो और भी हालात खराब करने वाले हैं। आवारा पशुओं व सडक के गडढों ने राहगीरों को कई बार चोटिल किया है। जिला प्रशासन किसी भी प्रकार की जिम्‍मेदारी नहीं लेता है।