जानिये, क्‍या है कोविड सुपर स्‍पेशिलिएटी सेंटर की बड़ी समस्‍या, देखें वीडियो

कांग्रेसी नेता ने ली कोरोना मरीजों की सुध

बीकानेर, (samacharseva.in)। कोविड अस्‍पताल व कोविड सेंटरों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो तथा परेशानी होने की स्थिति में समस्‍या का निस्‍तारण तत्‍काल करने के लिये कांग्रेसी नेता राजकुमार किराडू गत 13 अगस्‍त्‍ से रोजाना मरीजों के बीच पहुंचकर सुनवाई कर रहे हैं।

शुक्रवार को सुपर स्‍पेशलिएटी सेंटर परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए किराडू ने बताया कि गत आठ दिनों में उन्‍होंने कोरोना पॉजिटिव से इलाज के बाद नेगेटिव हो चुके 50 लोगों तथा प्रतिदिन लगभग 150 पॉजिटिव मरीजों एव उनके परिजनों से बात की। इन मरीजों व परिजनों से बातचीत में जो समस्‍यायें सामने आई उनके समाधान के लिये कलक्‍टर के माध्‍यम से मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेजा गया।

कांग्रेसी नेता किराडू ने बताया कि कोविड अस्‍पताल भवन की सबसे बडी समस्‍या यह है कि यहां का मेन ड्रेनेज सिस्‍टम चॉक है। इस कारण अस्‍पताल भवन के वास बेसिन और यूरिनल का पानी और अपशिष्‍ट का सही निस्‍तारण नहीं हो पा रहा है। ज्ञापन में कोविड अस्‍पताल में भर्ती शूगर, रक्‍तचाप, कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों से ग्रसित मरीजों की जांच विशेषज्ञ चिकितसक से प्रतिदिन एक बार अवश्‍य हो।

कोविड अस्‍पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती बुजुर्ग मरीजों के परिजनों को दिन में कम से कम दो बार मिलने की व्‍यवस्‍था हो तथा मिलने वाले परिजनों को पीपीई किट तथा बचाव के संशाधन उपलब्‍ध कराये जाएं। ज्ञापन में मांग की गई है कि कोविड अस्‍पताल की प्रत्‍येक फ़लोर पर एक्‍सटेंशन कोड वाले टेलीफोन नंबर की सुविधा दी जाए ताकि मरीज अपनी बात मैनेजमेंट तक पहुंचा सके। अस्‍पताल प्रशासन को इलाज के बाद नेगेटिव हुए मरीज को वापस घर छोडने की व्‍यवस्‍था करनी चाहिये।

मरीजों को समय पर खाना, नाश्‍ता उपलब्‍ध होना चाहिये। कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत के मामलों में अंतिम कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम संस्‍कार हो, पूर्व में कुछ मरीजों के अंतिम संस्‍कार के बाद उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। ऐसा दुबारा ना हो।