खाजूवाला एसडीएम को महंगे पड सकते हैं खाजूवाला सीआई को कहे अपशब्द

khajuwala

बीकानेर, (samacharseva.in)।खाजूवाला के उपखंड अधिकारी संदीप कुमार दवारा खाजूवाला के थानाधिकारी सीआई विक्रमसिंह चौहान को फोन पर कहे गए अपशब्‍द व सीआई के साथ किया गया दुर्वव्‍यवहार महंगा पड़ सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खाजूवाला के सीआई विक्रम सिंह ने अपने साथ हुए दुर्वव्‍यहार की जानकारी बीकानेर के जिला पुलिस अधीक्षक को ऑडियो रिकार्डिंक के साथ कर दी है।

जिसे जल्‍द सरकार तक पहुंचाये जाने की तैयारी है। खाजूवाला सीआई के साथ का वाकया गुरुवार की रात को शुरू हुआ बताया जाता है। गुरुवार की रात लगभग 8 बजे एसडीएम खाजूवाला ने खाजूवाला सीआई नोटिस देकर बाहरी श्रमिकों को थाना सीमा में नहीं रोके जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। इस नोटिस का जवाब भी खाजूवाला सीआई ने दे दिया था। बाद में गुरुवार की देर रात को ही एसडीएम खाजूवाला ने सीआई चौहान को फोन किया। यह फोन बीच में कट गया था। जब फोन कनेक्‍ट हुआ तो खाजूवाला एसडीएम ने सीआई चौहान को भददी भददी गालियां देनी शुरू कर दी। लगातार उनके साथ दुर्वव्‍यहार किया। एसडीएम जितना भयंकर दुर्वव्‍यहार कर सकते थे और जितने भयंकर अपशब्‍द कह सकते थे सबका इस्‍तेमाल कर लिया। सीआई ने फोन पर हुई सारी बात अब ऑडियो के रूप में शिकायत के साथ पुलिस अधीक्षक को भेजी बताई गई है।

सूत्रों की माने तो इस शिकायत की गोपनीय जांच की जा रही है। थाना‍धिकारी विक्रम सिंह ने जहां इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। वहीं समाचार सेवा के बार बार फोन किए जाने के बाद भी एसडीएम खाजूवाला संदीप कुमार ने फोन पर अपना पक्ष नहीं दिया। जानकारी के अनुसार जैसलमेर की ओर से आकर बीकानेर होते हुए श्रीगंगानगर की ओर जाने वाले कुछ श्रमिकों को लेकर पहले श्रीगंगानगर के कलक्‍टर व बीकानेर के खाजूवाला के एसडीएम के बीच तल्‍ख बातचीत हुई थी। श्रीगंगानगर में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है।

ऐसे में श्रींगानगर में बाहर से आने वाले लोगों को घुसने नहीं दिया जा रहा है। यहां इस दौरान हुए विवाद के बाद खाजूवाला एसडीएम के व्‍यवहार को लेकर सीएमओ शिकायत भेजी गई थी। खाजूवाला पुलिस सूत्रों के अनुसार जैसलमेर की ओर से आने वाले श्रमिक परमिशन लेकर आते हैं यदि उनको रोकना ही है तो पहले जैसलमेर में ही रोका जा सकता है। खाजूवाला में रोकने से पहले तो उन्‍हें बज्‍जू थाने या दंतौर थाने पर भी रोका जा सकता है, खाजूवाला का नंबर तो इनके बाद में आता है जब पहले कहीं नहीं रोका जा रहा तो किस प्रकार किसी को रोका जाए।

सूत्रों की माने तो इस संबंध में खाजूवाला एसडीएम के खिलाफ श्रीगंगानगर के कलक्‍टर ने भी सीएमओ में शिकायत की हुई है। कुछ ही दिन पहले श्रीगंगानगर के रावला में बीकानेर जिले से गये मजदूरों को रोका गया और खाजूवाला एसडीएम को रावला बुलाकर स्‍पष्‍टीकरण मांगा गया था। तब भी एसडीएम का व्‍यवहार रुखा था।