बीकानेर रियासत से बीएचयू की स्‍थापना के समय भेजा जाता था सालाना 14 हजार रुपये चंदा : प्रो. तेज कुमार माथुर

बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर रियासत से बीएचयू की स्‍थापना के समय भेजा जाता था सालाना 14 हजार रुपये चंदा : प्रो. तेज कुमार माथुर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बीएचयू की स्थापना के समय महाराजा गंगा सिंह ने बीकानेर रियासत से 14 हजार रुपए सालाना चंदे के रूप में भेजने की बात अपनी ओर से की थी।

यह जानकारी इतिवासविद तेजकुमार माथुर ने गुरुवार को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के इतिहास विभाग द्वारा षष्टम महाराजा गंगा सिंह स्मृति व्याख्यान में महाराजा गंगा सिंह का शैक्षणिक अवदान विषय पर बीज वक्ता के रूप में अपने विचार रखते हुए बताई।

अध्यक्षयीय उद्बोधन में महाराजा गंगासिंह विवि के कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मदन मोहन मालवीय और महाराजा गंगा सिंह के प्रयासों से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का शुभारंभ हुआ किंतु दोनों ने ही कभी भी धर्म को शिक्षा के रास्ते में नहीं आने दिया और हर धर्म के व्यक्ति को उस विश्वविद्यालय से जोड़ने की बात कही।

महाराजा गंगा सिंह स्मृति व्याख्यानमाला की संयोजिका इतिहास विभाग की सहायक आचार्य डॉ. मेघना शर्मा ने महाराजा गंगा सिंह को आधुनिक बीकानेर का निर्माता बताया और कहा कि आज मरूभूमि की हरियाली महाराजा गंगासिंह की ऋणी है। स्वागत भाषण इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष व निदेशक शोध प्रो राजाराम चॉयल ने दिया।

इससे पहले बीज वक्‍ता प्रोफेसर तेज कुमार माथुर का मंच से शॉल, श्रीफल, साफा, स्मृति चिन्ह देकर सम्मान भी किया गया। प्रोफ़ेसर माथुर ने महाराजा गंगा सिंह के कुछ दुर्लभ चित्र इतिहास विभाग को अपने संग्रह में रखने हेतु भेंट किए।

कार्यक्रम में परीक्षा नियंत्रक डॉ जसवंत खीचड़ और वित्त नियंत्रक संजय धवन, प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल, प्रो अनिल कुमार छंगाणी, डॉ सीमा शर्मा, डॉ प्रगति सोबती, श्रीमती संतोष शेखावत, डॉ अभिषेक वशिष्ठ, डॉ गौतम मेघवंशी, डॉ अनिल कुमार दुलार, उपकुलसचिव डॉ बिट्ठल बिस्सा, फौजा सिंह, डूंगर महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर कच्छावा, अजमेर विश्वविद्यालय के डॉ. पी. एम. जैन व भारी संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित हुए।  कार्यक्रम संयोजिका डॉ मेघना शर्मा अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार जताया।