बीकानेर पर आक्रमण की आशंका!

bikaner border
bikaner border

सीमा क्षेत्र में तैयारियां पूरी, बीएसएफ का लेंगे सहयोग, सूचना तंत्र को किया मजबूत

बीकानेर, (samacharseva.in)। बीकानेर पर दुश्‍मन दल के आक्रमण की आशंका बढ गई है। सीमा क्षेत्र में दुश्‍मन से निबटने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। दुश्‍मन के हमला करते ही उसे नेस्‍तानाबूद कर दिया जाएगा। इस कार्य में सीमा सुरक्षा बल का भी सहयोग लिया जाएगा।

ये सब तैयारियां जिले में  टिड्डी दल के आक्रमण की आशंका को देखते हुए की गई हैं। जिला प्रशासन ने टिड्डियों के पहले आक्रमण के साथ ही उनको समाप्त करने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इसके तहत जिले से सटी 167 कि.मी अंतराष्ट्रीय सीमा को वहां स्थित सीमा चैकियों के अनुसार अलग-अलग ब्‍लॉक में बांटने की योजना बनाई है। प्रत्येक ब्‍लॉक के लिये नोडल अधिकारी की नियुक्त कर सर्वे एंव नियंत्रण टीमों का गठन किया जा रहा है। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने टिड्डी दल के आक्रमण के सम्बंध में मंगलवार को अपने कक्ष में हुई बैठक में बताया कि कृषि, राजस्व और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को समन्वय करते हुए सुदृढ़ सूचना तंत्र विकसित किया जाएगा।

उन्‍होंने बताया कि टिड्डियों को प्रथम आक्रमण के साथ ही समाप्त करने के लिए पहले से ही सभी तैयारियां की जाएंगी। गौतम ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों व चकों में किसानों को जागरूक करने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाएगा। इस कार्य में बीएसएफ से भी सहयोग लिया जाएगा। कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक, सहायक कृषि अधिकारी, पटवारी, ग्रामसेवक को टीम के रूप में नियुक्त कर टिड्डी निगरानी हेतु पाबंद किये जाएंगे। उन्‍होंने बताया कि इन ब्‍लॉक में आने वाले जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक आयोजित कर टिड्डी को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जाएगा।

कलक्‍टर ने बताया कि टिड्डी आक्रमण की सूचना मिलने पर सबंधित ब्‍लॉक के नोडल अधिकारी उस ब्‍लॉक में आने वाली सीमा चैकी तथा फील्ड स्टाफ एवं एल.सी.ओ के अधिकारियों के मोबाइल नंबर, स्प्रेयर पंप वाले टेक्टर मालिकों के मोबाइल नंबर आपस में उपलब्ध करवाये जाएंगे। सजग होकर कार्य किया जाएगा। सूचना के आदान प्रदान के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप बनाये जा रहे हैं। गौतम ने कहा कि यदि टिड्डी दल का आक्रमण होता है तो इन्हें सीमा पर ही नियंत्रण करने के लिए 600 ट्रेक्टर मय पावर स्प्रेयर पंप उपलब्ध करवाएं जाए, अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर भामाशाहों का भी पावर स्प्रयेर पंप खरीदने में सहयोग लिया जाए। कलक्टर ने बताया कि समस्त सूचनाओं के संकलन, आदान प्रदान और समन्वय के लिए नियंत्रण कक्ष किया जा रहा है।

सीमावर्ती क्षेत्रों में टिड्डी आगमन की सूचना नियंत्रण कक्ष में देने तथा सायरन के जरिए करीबी क्षेत्र में किसानों को सूचना पहुंचाई जाएगी। इससे छिड़काव आदि के सम्बंध में पहले से ही तैयारियां की जा सकेगी। गौतम ने कहा कि उपखंड अधिकारी इस सम्बंध में बैठक लेकर प्लानिंग करेंगे। टिड्डी सर्वे एवं नियंत्रण हेतु वाहनों के किराये दर निर्धारण हेतु कमेठी गठित की जा रही है। पौध सरंक्षण रसायनों की उपलब्धता के लिए सम्बंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों से सम्पर्क कर दरों का निर्धारण करें और सबंधित कंपनी को पाबंद किया जाएगा ताकि आवश्यक मात्रा की आपूर्ति निर्धारित समय पर क्रय-विक्रय सहकारी समिति या ग्राम सेवा सहकारी समिति पर कर दी जाएगी।

उन्‍होंने बताया कि इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में यह सुनिश्चित होगा कि इन रसायनों की दरें पड़ौसी जिलों में आपूर्तित किये जाने वाले पौध संरक्षण रसायनों की दरों से अधिक ना हों। गौतम ने कहा कि कृषि, टिड्डी नियंत्रण विभाग, राजस्व विभाग, सीमा सुरक्षा बल एवं प्रशासन के अधिकारी आपस में तालमेल करते हुए ऐसी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तैयारी समय से पूर्व ही कर रहे हैं।

नियंत्रण कक्ष स्थापित

उपनिदेशक कृषि विभाग जगदीश पूनिया ने बताया कि सीमा क्षेत्रों में टिड्डी आगमन एवं नियंत्रण हेतु कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.) जिला परिषद् बीकानेर में नियंत्रण कक्ष (0151-2230140), कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.), सिचिंत क्षेत्र विकास, इगानप बीकानेर  (0151-2226819) एवं टिड्डी नियंत्रण कार्यालय बीकानेर में भी नियंत्रण कक्ष (0151-2202022 स्थापित किया गया है। बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि उदयभान सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।