वृंदावन व गोवर्धन की परिक्रमा करने भर से दूर हो जाती हैं शादी में आने वाली बाधाएं – डॉ. नंदकिशोर

Dr. Nandkishore
Dr. Nandkishore Purohit

वृंदावन में डॉ नंदकिशोर पुरोहित को मिला  विद्या ज्योतिष रत्न अवार्ड सम्‍मान

बीकानेर, (samacharseva.in)। वृंदावन व गोवर्धन की परिक्रमा करने से दूर हो सकती हैं शादी में आने वाली बाधाएं – डॉ. नंदकिशोर, उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री व बीकानेर के द फोरकास्ट हाउस के निदेशक डॉ नंदकिशोर पुरोहित के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की शादी नहीं होती हो और वह व्‍यक्ति यदि वृंदावन और गोवर्धन की परिक्रमा लगा लेता है तो उसकी शादी में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो सकती है।

डॉ. पुरोहित मंगलवार को वृंदावन  के जय राम आश्रम की ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष वास्तु सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। श्री वेद वेदांग सेवा संस्थान एवं श्री विद्या ज्योतिष रत्न अनुसंधान केंद्र वृंदावन द्वारा आयोजित इस सम्‍मेलन में डॉ. पुरोहित ने कहा कि यदि किसी व्‍यक्ति को जीवन में प्रेम उसका प्रेम नहीं मिलता या प्रेम की अनुभूति नहीं होती हो, विवाह के पश्चात विवाह विच्छेद के योग बनते हैं तो ऐसे लोगों के योग भी वृंदावन और गोवर्धन की परिक्रमा लगा लेने से ठीक हो जाते हैं।

उन्‍होंने कहा कि कृष्ण और राधा दोनों की कुंडलियों में प्रेम के संबंधित ही व्याख्या की गई है। भगवान श्रीकृष्ण जिन्होंने अपनी वाणी गीता के रूप में आज भी लोगों को सहज रूप से उपलब्ध है जिसमें प्रेम और कर्म की पूर्णतया व्याख्या की गई है। डॉ. पुरोहित ने कहा कि जन्मकुंडली सभी देखते हैं किंतु यदि किसी व्यक्ति को अपने कर्म पत्री देखनी हो और कर्मों का फल यदि जानना हो तो उसे गीता का एक श्लोक भी जीवन में दिन भर में एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। गीता हमें भाग्य के साथ साथ कर्म का भी ज्ञान दिलाती है।

उन्‍होंने कहा कि यदि हम केवल भाग्य के सहारे चलेंगे तो हमारे जीवन में कई प्रकार की बाधाएं आना निश्चित है और यदि हम कर्म के साथ भाग्य को सम्मिलित कर लेते हैं तो जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती है। यह बात भारत के कई पुराण शास्त्र उपनिषदों में कही गई है। डॉ. पुरोहित ने कहाकि प्रेम एक अनुभूति है जिसे जिसका कोई आकार नहीं कोई प्रकार नहीं कोई अभिव्यक्ति नहीं वह तो जीवन को श्रेष्ठ बनाता है।

समारोह में वेद वेदांत सेवा संस्थान के अध्‍यक्ष डॉ. बी.सी. शास्त्री, आचार्य नित्यानंद गिरी, भारत भारतीय अध्यात्मिक विश्वविद्यालय गोवा के डॉ. चारुदत्त पिंगले, विद्या ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के अध्‍यक्ष आचार्य एसके गौतम सहित देश-विदेश के ज्योतिष वास्तु धर्मशास्त्र व अंक शास्त्र टैरो कार्ड, डॉक्टर न्यायिक से संबंधित व प्रमुख वैज्ञानिक व विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि मौजूद थे।

डॉ. पुरोहित को मिला विद्या ज्योतिष रत्न अवार्ड

बीकानेर के द फोरकास्ट हाउस निदेशक व उत्तराखंड सरकार में पूर्व मंत्री डॉ नंदकिशोर पुरोहित को वृंदावन विद्या ज्योतिष रत्न  अवार्ड से सम्मानित किया गया।

डॉक्टर पुरोहित को सम्मान स्वरूप एक स्मृति चिन्ह दुपट्टा व विद्या ज्योतिष रत्न का सर्टिफिकेट व पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर डॉ पुरोहित ने कहा कि वृंदावन एक ऐसी जगह है जहां के कण-कण में राधाकृष्ण विराजमान हैं।