पैराशूटी दावेदारों से परेशान है भाजपा

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विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । पैराशूटी दावेदारों से परेशान है भाजपा, राजस्थान में अगले माह होने वाले विधानसभा चुनाव में पैराशूटी दावेदारों के कारण टिकट वितरण का काम भाजपा के कर्ताधर्ताओं के लिए खासी सर दर्दी का हो गया है।

प्रत्येक विधानसभा सीट से आ रहे पैराशूटी दावेदारों के आवेदनों ने भाजपा की मुसीबत बढ़ा दी है। भाजपा मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि चिंता उनके टिकट मांगने से नहीं टिकट वितरण के बाद उपजने वाली नाराजगी से है ।

सूत्रों ने बताया कि मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान के हर जिले में इस तरह के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है । आलाकमान का पहला प्रयास है पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओ को छोड़कर किसी दल बदल कर आए नेता , समाजसेवी, ठेकेदार , उद्योगपति या गलत सामाजिक छवि वाले दावेदारो से बचा जाए ।

पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर के यहां भी ये मुद्दा उठा जिस पर एक्सरसाइज भी हुई । बैठक के बाद उन नेताओं की क्लास भी हो सकती है जो ऐसे लोगो की पैरवी कर रहे है जिन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तक नही ले रखी लेकिन टिकट मांग रहे है ।

सूत्रों ने बताया कि राजस्थान के इस रण के लिए टिकट की चाह रखने वाले महाराष्ट्र , गुजरात , हरियाणा व पंजाब के आला नेताओ से सिफारिश पहुचा रहे है लेकिन उनकी पार पड़ती नही दिख रही है ।

बताते है कि हरियाणा व गुजरात के एक दो प्रभावशाली नेताओ को तो आलाकमान ने अपनी राजनीति अपने राज्य तक ही सीमित रखने के निर्देश दिए है ।

पार्टी नए एजेंडा के तहत संघ से सम्बंधित उन नेताओं से भी कन्नी काट रही है जिनकी उग्र हिन्दू नेता की छवि है । जाहिर है भाजपा आलाकमान 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क नही लेना चाहता है इसलिए प्रत्येक कदम बड़ी सावधानी से रखा जा रहा है।