और बीकानेर में यूं ढही मानवता की दीवार

And the wall of humanity collapsed in Bikaner
And the wall of humanity collapsed in Bikaner

मानवता की दीवार जो कर रही है मानवता को शर्मसार।

बीकानेर, (samacharseva.in)। और बीकानेर में यूं ढही मानवता की दीवार, बीकानेर के संभ्रांत परिवारों के यहां से जरूरत मंदों के लिए मानवता की दीवार पर रखे गए कपड़े अब जलेंगे और अकूड़ी कि शोभा बनेंगे। जिस रास्ते से जिले के कलेक्टर और अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारी रोज दर्जनों बार गुजरते हैं उसी रास्ते पर है मानवता की दीवार और कपड़ों का पहाड़ भी।

देखिए आप द्वारा मन से जरूरतमंदों को दिए जाने वाले कपड़ों का आखिर क्या हश्र हो रहा है। नगर विकस न्यास बीकानेर ने पब्लिक पार्क के गेट के पास, सर्किट हाउस के सामने पुराने कपड़ों के लिए मानवता की दीवार बना रखी है जिसमें शहर के लोग  जरूरतमंदों के लिए अपने पुराने सही कपड़े रख कर इसलिए जाते हैं ताकि वे किसी के काम आए।

एक भिखारी ने इस दीवार से कपड़े इकट्ठे कर कर के पब्लिक पार्क के फाटक के पास कोने में कपड़ों का पहाड़ खड़ा कर लिया। मानवता की दीवार पर लोग जो कपड़े रखते हैं उनको यह व्यक्ति उठा उठा कर फुटबॉथ पर एकत्र करने लगा और करीब 2-3 ट्रक कपड़े इकट्ठेबकर डाले। नगर निगम ने शुक्रवार 13 नवंबर को ट्रेक्टर ट्रॉली द्वारा कपड़ों के इस पहाड़ को हटाना शुरू किया है।

अब ये कपड़े वहां जाएंगे जहां शहर का सारा कूड़ा कचरा जाता है। शहर के संभ्रांत परिवारों के यहां से निकले ये कपड़े अब जलेंगे और अकूड़ी की धूल फांकेंगे।