बीकानेर, (समाचार सेवा)। मुख्यमंत्री जनसुनवाई के दौरान प्राप्त प्रकरणों पर गंभीरता नहीं बरतने तथा लम्बे समय तक आमजन की शिकायतों का जवाब नहीं देने वाले जिले के विभिन्न विभागों के 10 अधिकारियों को 16 सीसी के नोटिस जारी किए जाएंगे। कलक्टर कुमार पाल गौतम ने इन सभी अधिकारियों को नोटिस देने को कहा है।
इन लापरवाह
अधिकारियों में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के सह प्राचार्य एल. ए. गौरी, पीबीएम अस्पताल के
अधीक्षक पी. के. बेरवाल, रीको के वरिष्ठ
क्षेत्रीय प्रबंधक जी. के. शर्मा, हाउसिंग बोर्ड के उपायुक्त ज्ञानेश्वर
व्यास, खनन विभाग के सहायक खनिज अभियंता, जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता अशोक गोयल, हॉर्टीकल्चर
विभाग के सहायक निदेशक राजकुमार कुल्हरी
शामिल हैं।
कलक्टर गौतम ने कहा कि इन
प्रकरणों में जो भी दोषी है उनके विरुद्ध सुनिश्चित तरीके से कायवाही की जाएगी। साथ ही इस कार्यवाही की एक प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजी
जाएगी। गौतम ने कहा कि सम्पर्क पोर्टल सहित विभिन्न प्लेटफार्म पर
एक-एक साल से मामले लंबित हैं। प्रार्थी संतुष्टि के स्तर पर बीकानेर का प्रदर्शन
खराब है। बकाया प्रकरणों में भी बीकानेर का प्रदर्शन अच्छा नहीं है।
कलेक्टर ने बैठक में अनुपस्थित रहे
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में
नगर निगम आयुक्त प्रदीप के गवांडे सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पेंशन जांच, सत्यापन और स्वीकृति
नहीं करने वाले अधिकारी को नोटिस
कलेक्टर ने कहा कि कई पेंशन प्रकरणों में
जांच, सत्यापन और स्वीकृति के स्तर पर लापरवाही बरतने पर बीकानेर बीडीओ भोमसिंह, लूणकरणसर बीडीओ प्रदीप माल्या, श्रीडूंगरगढ़ बीडीओ सुनील छाबड़ा तथा श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका के ईओ भवानी शंकर
व्यास को नोटिस जारी किया है।
यूआईटी करें छंटनी
कलक्टर ने कहा कि नगर विकास न्यास के जो
अधिकारी परिणाम नहीं दे रहे हैं ऐसे अभियंताओं को मूल विभाग में भेजे जाने की
कार्यवाही की जाए। यूआईटी सचिव इसके लिए रिव्यू करें और ऐसे अधिकारियों के नाम
प्रस्तावित करें।